मुक्तक/दोहा विपुल पाण्डेय 23/07/201803/08/2018 नग़मा-मुखड़ा हर पल मेरा दिल अब नग़मा तेरे ही क्यूं गाता है देखे कितने मंजर हमने तू ही दिल को भाता Read More
मुक्तक/दोहा विपुल पाण्डेय 08/05/2018 सौहार्द हिन्दू न चाहिए न मुसलमान चाहिए ना कब्र चाहिए न तो शमशान चाहिए धर्म पे जिस, देश बँटे धर्म नही Read More