गीत/नवगीत यादवेन्दर आर्य 'याद' 09/05/2018 गीत अनवरत पथ पे सदियों से चलता रहा। मुझको मंजिल कोई भी ना हासिल हुई। लडखडा कर रुके जब भी मेरे Read More
गीतिका/ग़ज़ल यादवेन्दर आर्य 'याद' 09/05/2018 ग़ज़ल मैं बर्बाद हूँ तो मुझे बर्बाद रहने दे। मेरी छोड खुद को आबाद रहने दे। जानता हूँ जमाना आगे है Read More