लेख

धर्म-संस्कृति-अध्यात्म

आघुनिक काल में सभी मतों का अन्धविश्वास-ग्रस्त होना और उन्हें दूर करने में उदासीन होना महान आश्चर्य

ओ३म्   मनुष्यों की समस्त जनसंख्या इस भूगोल के प्रायः सभी व अनेक भागों में बस्ती है। सारी जनसंख्या आस्तिक

Read More
धर्म-संस्कृति-अध्यात्मसामाजिक

सकारात्मक बदलाव की आधारशिला है शिक्षा

बदलाव के मायने :  सकारात्मक बदलाव यानी ऐसा बदलाव जो जीव, प्रकृति और पर्यावरण के वर्तमान एवं भविष्य के लिए

Read More
धर्म-संस्कृति-अध्यात्म

ईश्वर-जीवात्मा-प्रकृति विषयक अविद्या विश्व में अशान्ति का कारण

ओ३म्   संसार में लोग उचित व अनुचित कार्य करते हैं। अनुचित काम करने वालों को सामाजिक नियमों के अनुसार

Read More
धर्म-संस्कृति-अध्यात्म

ऋषि दयानन्द के प्रथम बंगला जीवनचरित का शेष भाग – ऋषि दयानन्द यदि अमेरिका में जन्में होते तो मृत्यु के एक सप्ताह पश्चात् उनकी जीवनी प्रकाशित हो जाती: नगेन्द्रनाथ चट्टोपाध्याय

ओ३म्   कल हमने श्री नगेन्द्रनाथ चट्टोपाध्याय जी लिखित ऋषि दयानन्द के बंगला जीवन चरित के हिन्दी अनुवाद का आरम्भिक

Read More
धर्म-संस्कृति-अध्यात्म

ब्रह्मसमाज के आचार्य श्री नगेन्द्रनाथ चट्टोपाध्याय का बंगला भाषा में लिखित ऋषि दयानन्द चरित का संक्षिप्त विवरण

ओ३म्   ऋषि दयानन्द के अनेक विद्वानों द्वारा रचित बृहत्त जीवन चरितों में प्रमुख जीवन चरित पं. लेखराम रचित है

Read More
धर्म-संस्कृति-अध्यात्म

पं. लेखराम की ऋषि दयानन्द से भेंट का देश व समाज पर प्रभाव

ओ३म्   पंडित लेखराम स्वामी दयानन्द के आरम्भिक प्रमुख शिष्यों में से एक थे जो वैदिक धर्म की रक्षा और

Read More
धर्म-संस्कृति-अध्यात्म

सर्वशक्तिमन् ईश्वर की कृपा, रक्षा और सहाय से हम लोग परस्पर एक दूसरे की रक्षा करें

ओ३म्   सभी मनुष्यों को नित्य-प्रति ईश्वर की स्तुति, प्रार्थना और उपासना अवश्य करनी चाहिये जिससे वह कृतघ्नता के महापाप

Read More
धर्म-संस्कृति-अध्यात्म

ऋषि दयानन्द के अनुसार हवन से लाभ व न करने में पाप

ओ३म्   आर्यसमाज के संस्थापक और वेदों के महान विद्वान ऋषि दयानन्द सरस्वती हवन करने से लाभ व न करने

Read More