देखहु जग बौराना, झूठे जग पतियाना………
पांच सौ साल पहले कबीर ने साधु को पहचानने की यह निशानी बताई थी – “साधु ऐसा चाहिए, जैसा सूप
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Read Moreशहरों में गरीबी को पचाने की क्षमता है – मोदी … (स्मार्ट शहर और भी स्मार्टली पचा सकेंगे गरीबों को।)
Read More21 जून अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर एक बार फिर भारत का योग पूरी दुनिया में छा गया। भारत
Read Moreआज़ादी के समय देश में चंद वर्षों के लिए सामाजिक रूप से दबे-कुचलों को आरक्षण देने की पहल शुरू की
Read Moreलोकतांत्रिक व्यवस्था में सभी राजनैतिक दल अपनी विचारधाराओं के अनुरूप चुनावों की तैयारी हर मौसम व बुरी से बुरी परिस्थितियों
Read Moreआगरा में दलित VHP नेता अशोक महोर की हत्या मुस्लिम गुंडों ने कर दी। सभी अम्बेडकरवादी चुप। पुणे में दलित
Read Moreविगत दिनों पीएम नरेंद्र मोदी ने पांच देशों अफगानिस्तान, कतर, स्विटजरलैंड, अमेरिका और मैक्सिको की बेहद सफल यात्रा की है।
Read Moreओ३म् श्रीमद् दयानन्द ज्योतिर्मठ आर्ष गुरुकुल पौंधा, देहरादून का तीन दिवसीय वार्षिकोत्सव 3 जून 2016 को आरम्भ हुआ। कार्यक्रम
Read Moreऐतिहासिक दृष्टि से यदि विश्लेषण करें तो हम पाते हैं कि स्वतंत्रता के पूर्व से ही भारत में सरिता-संयोजन अर्थात्
Read Moreकुछ घटनाएँ लगता है, अचानक घट गयी। ऐसा होता नहीं है, आग धीरे धीरे ही सुलगती है। आग के लिए
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