कविता अशर्फी लाल मिश्र 17/02/2022 खीर, खीर की कटोरी खीर की कटोरी गौर वर्णा देख थी अपर्णा मन ,कुछ चंचल हुआ। भवन में अकेले सहधर्मिणी मन हर्षित हुआ। संकेत से प्रिया ने Read More