गीतिका/ग़ज़ल प्रखर मालवीय 'कान्हा' 01/05/201501/05/2015 ghazal, Kanha, Prakhar Malviya " Kanha " गज़ल मैं न सोया रात सारी , तुम कहो बिन मेरे कैसे गुज़ारी , तुम कहो हिज्र आँसू दर्द आहें Read More