गीतिका/ग़ज़ल डॉ. अपर्णा त्रिपाठी 18/09/202119/09/2021 #humanity, #luck, society किसे पता मंजिल अभी और दूर कितनी, किसे पता है मिलेंगें राह में कांटें या कलियां, किसे पता है फर्ज मुसाफिर का Read More
लेखसामाजिक डॉ. अपर्णा त्रिपाठी 12/09/2020 #indiancinema, #suicide, society आत्महत्या (रोकथाम ?) में फिल्मों की भूमिका आज से पहले मैने ना इस दिवस के बारे में सुना था, ना ही पढा था, किंतु जब अखबार में Read More