कविता

मृत्तिका

मृत्तिका –

अनगढ़

अनाकार

पाने को आतुर

सुघड़ आकार

अपनी पहचान।

पाया कुम्हार का

स्नेहिल स्पर्श

हो गई समर्पित

ढलती गई

उत्कृष्‍ट प्रतिमा में

अनुगृहीत

प्रफ़ुल्लित

बोली –

मैं, मैं कहाँ

जैसे ढाला

ढली हूँ

कला कुम्हार की

उसी की कृति हूँ ।

बोला कुम्हार –

न होती तुम गुणग्राही

मेरी प्रतिभा

फिरती मारी-मारी

मेरी मेहनत

मेरा सृजन

मैं जो तुममें ढला हूँ

लोच थी तुम्हारी

मेरे स्पर्श को

अप्रतिम कर गई

आज तुम पहचान मेरी

इससे अधिक

क्या चाह मेरी !

सुशीला शिवराण

परिचय : सुशीला शिवराण जन्म : २८ नवंबर १९६५ (झुंझुनू , राजस्थान) शिक्षा : बी.कॉम.,दिल्ली विश्व विद्याीलय, एम. ए. (अंग्रेज़ी) राजस्थान विश्वषविद्या लय, बी.एड., मुंबई विश्वाविद्याbलय । पेशा : अध्यापन। पिछले बाईस वर्षों से मुंबई, कोचीन, पिलानी,राजस्थान और दिल्ली में शिक्षण। वर्तमान समय में गुड़गाँव में शिक्षणरत। रुचि : हिन्दी साहित्य, कविता पठन और लेखन में विशेष रुचि। स्वरचित कविताएँ कई पत्र-पत्रिकाओं – हरियाणा साहित्य अकादमी की ‘हरिगंधा’, अभिव्यक्तिम–अनुभूति, नव्या, अपनी माटी, सिंपली जयपुर, कनाडा से निकलने वाली ‘हिंदी चेतना’, नेपाल से निकलने वाली ‘नेवा’ सृजनगाथा.कॉम, आखर कलश, राजस्थानी भाषा साहित्य एवं संस्कृति अकादमी की बीकानेर की जागती जोत, हाइकु दर्पण, दैनिक जागरण और अमेरिका में प्रकाशित समाचार पत्र ‘यादें’ में प्रकाशित। हाइकु, ताँका और सेदोका संग्रहों में भी रचनाएँ प्रकाशित। हरेराम समीप जी द्वाररा संपादित दोहा कोश में दोहे प्रकाशित। नेपाल से निकलने वाली ‘शब्द संयोजन’ में कविताएँ नेपाली भाषा में अनूदित और प्रकाशित जयपुर लिटरेचर फ़ेस्टिवल एवं बीकानेर साहित्य एवं कला उत्सव में एक रचनाकार के रुप में काव्यपठ तथा वक्तरव्य। ऑल इंडिया रेडियो पर अनेक बार कविता पाठ, दूरदर्शन पर दोहा-गोष्ठीव में दोहों का वाचन २३ मई २०११ से ब्लॉगिंग में सक्रिय। मेरे चिट्ठेद (वीथी) का लिंक – www.sushilashivran.blogspot.in इसके अतिरिक्तn खेल और भ्रमण प्रिय। वॉलीबाल में दिल्ली राज्य और दिल्ली विश्वपविद्या लय का प्रतिनिधित्व।

6 thoughts on “मृत्तिका

  • धनंजय सिंह

    कविता बहुत अच्छी लगी.

  • अजीत पाठक

    कविता अच्छी है. कुम्हार साधारण मिटटी से बहुत कुछ बना देता है.

  • विजय कुमार सिंघल

    बहुत सुन्दर कविता. निर्माण का आनन्द उसमें योगदान करने वाला ही अनुभव कर सकता है.

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