कविता हाइकू मनीष मिश्रा मणि 02/11/201403/11/2014 पोथि पुराण अनुभव का ज्ञान मार्गदर्शक मन आंगन वचन संजीवन नव सृजन कोरा कागज कलम स्याही भरी सजता लेख
बढ़िया.