हास्य रचना – टीवी की जय हो
नहीं रहे जब घर में बीवी
काम बड़ा आता है टीवी
दुनियाभर की बात बताए
तरह-तरह से मन बहलाए
वक्त बिताता, साथ निभाता
जो बोलो झट से ले आता
देख इसे नैना हर्षाते
पलभर को सब गम मिट जाते
चंदा, तारों से मिलवा दे
चिप्स, कुरकुरे, स्नैक्स खिला दे
जरा कूल तो जरा हॉट है
मस्त-मस्त ये जैकपॉट है
चले अदा से, अलस भगा दे
सारी-सारी रात जगा दे
कभी चिढ़ाता, कभी सताता
सुखद ढंग से कभी पकाता
इसकी महिमा कितनी गाऊँ
हुलस-हुलस बस शीश नवाऊँ
जब भी तन्हाई का भय हो
बोलो जी टीवी की जय हो
अच्छी हास्य रचना
वैरी फनी
maza aa giya .