कविता : काला धन
सेठ जी को मंहगाई से
होते देख परेशान
सेठानी बोली
चिन्ता किस बात की हमको
हमारे दोनों बेटे
लाखों में दहेज कमाने को हो गये हैं तैयार
इस पर सेठ जी बिगड़कर बोले-
धीरे बोलो भागवान
वरना काला धन रखने के जुर्म में
हो जाऊंगा गिरफ्तार !
सेठ जी को मंहगाई से
होते देख परेशान
सेठानी बोली
चिन्ता किस बात की हमको
हमारे दोनों बेटे
लाखों में दहेज कमाने को हो गये हैं तैयार
इस पर सेठ जी बिगड़कर बोले-
धीरे बोलो भागवान
वरना काला धन रखने के जुर्म में
हो जाऊंगा गिरफ्तार !
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हा…हा…हा… लालची बेटे वालों पर करारा व्यंग्य !
वाह वाह सारदा बहन किया कमाल कर दिया चन्द लफ़्ज़ों में .