होता है
प्यार का बदला मिले सम्मान कम से कम हक़ तो होता है
मृत सम्वेदनाओं वाले पले आस्तीन में सांप शक तो होता है
अदब-तहज़ीब को भूल कर खुद को ख़ुदा से ऊपर समझे
हाय से ना डरने वाला जेब से नही दिल से रंक तो होता है
प्यार का बदला मिले सम्मान कम से कम हक़ तो होता है
मृत सम्वेदनाओं वाले पले आस्तीन में सांप शक तो होता है
अदब-तहज़ीब को भूल कर खुद को ख़ुदा से ऊपर समझे
हाय से ना डरने वाला जेब से नही दिल से रंक तो होता है
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मुक्तक अच्छा है, विभा जी. लेकिन दूसरी पंक्ति को कुछ स्पष्ट करने की आवश्यकता है.
शुभ संध्या
मृत सम्वेदनाओं वाले पले आस्तीन में सांप शक तो होता है
ये हो तो ?
बहुत बहुत धन्यवाद आपका
बहुत अछे विचार हैं .
आभारी हूँ …. आपका बहुत बहुत धन्यवाद