कविता

विश्व विशेष योग्यता दिवस

थोड़ा सा प्यार चाहिये इन्हें भी
अपनों का साथ चाहिये इन्हें भी
सिर्फ हमदर्दी की ही जरूरत नही
इक अदद मदद का हाथ
चाहिये इन्हें भी
ऊपरवाले ने तो न जाने क्यूं
इनके साथ यह अन्याय किया है
न जाने क्यूं इन्हें यह रूप दिया है
मगर फिर भी यह भुलाकर
अपने जीवन की कमी को
आगे आना चाहते हैं
चलते हुए ज़माने के संग
कदम से कदम मिलाना चाहते हैं
ज़रा सी हम सब की मदद से
अपना जीवन बनाना चाहते हैं
हो सके तो जीवन में ऐसे लोगों
की जरूर मदद करना
एक कदम पीछे आकर भी
संग साथ लेकर इन्हें चलना ।
प्रिया

*प्रिया वच्छानी

नाम - प्रिया वच्छानी पता - उल्हासनगर , मुंबई सम्प्रति - स्वतंत्र लेखन प्रकाशित पुस्तकें - अपनी-अपनी धरती , अपना-अपना आसमान , अपने-अपने सपने E mail - [email protected]

3 thoughts on “विश्व विशेष योग्यता दिवस

  • विजय कुमार सिंघल

    बहुत अच्छे भाव !

    • प्रिया वच्छानी

      शुक्रीया विजय भाई जी व गुरमेल सिंह जी

  • गुरमेल सिंह भमरा लंदन

    सभी ऐसा सोचने लगें तो संसार सुन्दर लगने लगेगा . बहुत अच्छी लगी .

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