कविता

इस वर्ष

मैंने इस वर्ष कोई

गलती नही की है

जाते हुऐ साल से मैंने कहा –

मेरे हाथ से एक भी

गिलास

गिरकर टूटा नही है

उसने –

आश्चर्य से मेरे टूटे हुऐ दिल कों देखा

साल ने फिर मुझे बताया

की वह –

उस जंगल से

उस पेड़ से

उस नदी से

उस व्यक्ति से ….

मिलकर आ रहा है

जिनसे मिलने

तुम गए नहीं

तुम्हारी डायरी मे लिखी

तुम्हारी कविताओ कों तुमसे शिकायत है

जाते जाते साल ने फिर मुझसे

आखरी बार कहा –

तुमने उन्हें लिखा पर जिया नही

प्यार जिससे किया

उसे बताया नहीं

किशोर कुमार खोरेन्द्र

किशोर कुमार खोरेंद्र

परिचय - किशोर कुमार खोरेन्द्र जन्म तारीख -०७-१०-१९५४ शिक्षा - बी ए व्यवसाय - भारतीय स्टेट बैंक से सेवा निवृत एक अधिकारी रूचि- भ्रमण करना ,दोस्त बनाना , काव्य लेखन उपलब्धियाँ - बालार्क नामक कविता संग्रह का सह संपादन और विभिन्न काव्य संकलन की पुस्तकों में कविताओं को शामिल किया गया है add - t-58 sect- 01 extn awanti vihar RAIPUR ,C.G.