सुंदर फूल : कुछ सवाल-जवाब
इन सुंदर फूलों को कौन खिलाता है ?
प्रकृति
इन सुंदर फूलों में कौन रंग भरता हैं?
प्रकृति
इन सुंदर फूलों में कौन खुशबू डालता हैं?
प्रकृति
इन फूलों को तोड़ता कौन है ?
प्रकृति
हजारों सवालों का एक ही जवाब
प्रकृति
पंखुड़ियों और पराग-कणों के गुच्छे की तरह
सूरज
मधुमक्खियाँ
या हवा
फूलों से खेलती
यदाकदा
माली या पुजारी उन्हें तोड़ने के लिए
अपने हाथ बढ़ाते
मगर कभी नहीं उन्हें कुचलते या मसलते
कोई बंदूक लेकर उनके साथ नहीं खेलता
इन नन्ही कलियों को नहीं तोड़ता
तालिबानी बंदूक
जिसने तुम्हें इजाजत दीं
इन कलियों को तोड़ने की
कोपलों को नष्ट करने की
आततायी !
मैंने उस हत्यारे से बात की
अनेक लड़ाई की शृंखलाओं के बाद
मूल कविता (नेपाली) – बासुदेव अधिकारी
हिंदी अनुवाद – दिनेश माली
बढ़िया कविता !
कविता अच्छी लगी और एक करारा विअंघ भी है जो वोह लोग समझ नहीं सकते जो अंधे हो चुक्के हैं.