माँ से मामा की बातें
सुनती हो माँ !!!!!!!
हाँ सुनती हूँ!!!!
बोलो ना मेरे प्यारे मुन्ना
माँ,चन्दा मामा मुझसे इतनी दूर
क्यों रहता हैं?
तू नहीं जनता मेरे भोले बच्चे
नहीं माँ………………..
आज बता ना मुझे जानना है मामा के बारे में
अच्छा मुन्ना तो सुनो —-………………..
तेरा चंदा मामा आकाश का राजा है
और राजा अपनी राजधानी छोड़ कर
अगर तेरी माँ के साथ रहने
यहाँ धरती पर आ जाएगा तो भला वहाँ का काम
कौन सम्हालेगा ,और फिर ………………….
तेरी नजर कौन उतरेगा खुशी से
जब तू अनोखे काम करेगा इस जग में
और जब तू दूल्हा बनेगा तो तुझे सजाने के लिए
तेरे सिर पर चाँदनी की पगड़ी कौन बंधेगा
ऊपर से, जब तेरा कद आकाश जितना ऊंचा होगा
मेरे मुन्ना ………….. तो क्या चंदा मामा बंधेगा
हाँ बिलकुल ……………………………
और जब तू थक कर घर लौटेगा
तो मैं तो तेरा इंतजार सिर्फ चौखट पर करूंगी
और तब तेरे चंदा मामा अपने साथ
तुझे रास्ता दिखाते हुए मुझ तक तेरे घर
छोडने आएगा ——————
सच्ची माँ ——-और नहीं तो क्या ?
क्योंकि तेरा मामा किसी से लिए बिना ही
सब की सेवा में रत रहता है
तभी तो मामा माँ से ज्यादा बड़ा होता है
और जब कोई सद्गुणी और बड़ा होता है
तो भगवान उसको ऊंचा स्थान प्रदान करते है
तभी तो तुम्हारे चंदा मामा को
ऊपर बिठलाया गया है
ये उनका सम्मान हैमेरे प्यारे बेटा !!
सच्ची माँ ……………. हाँ बिलकुल सच्ची ….. ।
और मैं बस तुम से भी कहे देती हूँ
कि तुझे भी अपने चंदा मामा जैसा ही
बड़ा और उपकारी बनाना है
सब पर उपकार कर जीवन सफल बना है
और एक बात तू जनता है ……
नहीं माँ, अरे !!!!
तेरा चंदा मामा एक अच्छा होनहार बेटा है
अपनी रजनी माँ का
तभी तो रजनी माँ सारी ज़िम्मेदारी तेरे मामा
को सौप कर चुपके से
उसके पैर का सिरहाना ले सो जाती हैपूरी रत भर
और तब तेरा चंदा मामा सारी रात जाग कर
सृष्टि के तमाम जीवों पर उपकार करता रहता है
समझा कुछ …….हाँ माँ मेरा अपना चंदा मामा
हाँ मुन्ना माँ भी तेरी और मामा भी
चल अब तू सो जा…………………….मैं तो
ईश्वर से यही प्रार्थना करती हूँ कि वो
तेरे नसीब में भी चाँद सितारे लगा दे तेरा भाग्य
फूलों से सजा दे …………………………………. 🙂
मेरा प्यारा मुन्ना !!!!!!!!!!!
मेरी अच्छी प्यारी माँ !!!!!!!!!!!!
कल्पना मिश्रा बाजपेई
बहुत अच्छी कविता है .
आदरणीय गुरमेल सिंह भमरा सर आप का बहुत आभार
वाह वाह ! बहुत सुंदर !!
आदरणीय सिंघल सर आप का बहुत आभार