गोबर से तलवार !
बचपन से सुनती आई हूँ …. कभी खुद की आँखों से देखी नहीं …… लेकिन बात सही होने का , पूरा विश्वास है …. पहले वर्षा के दिनों में गोबर का ढेर लगाया जाता था या हो सकता है कि वर्षा के दिनों में गोबर के ना तो उपले/गोइंठा बनाया जाता है और सूखे होने के कारण खेतों में खाद के रूप में उपयोग किये जा सकते हों …… उसमें अगर बिजली गिरती थी तो नीचे जाते – जाते ठंढी हो जम जाती थी …. उससे तलवार बनाया जाता था ….. जो बहुत धारदार होता था …..
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शस्त्र तैयार
नभ आतिशबाजी
विद्युत्पात से।
चौमासा फल
मेघजाल सुलभ
मेघाडम्बर।
गोबर से तलवार बनाने की यह विधि विलक्षण है !