अरमाँ अधूरे रह गये
मेरे जीवन के सारे अरमां अधूरे रह गये
जो देखे थे ख्वाब आँसू के संग बह गये
दिल में मैंने ख्वाबों की बनाई आशियाँ
रहने से पहले ही गम की चल गयी आँधियाँ
उस हवा के साथ जीने की चाह उड़ गये
जो देखे थे…
जिसने साथ जीने मरने की खायी थी कसम
छोड़ दिया वही साथ कोरा कर दिया जीवन
जिसके साथ उड़ती वही तो पंख कतर दिये
जो देखे थे…
भूल गया वो मुझको मैं करती हूँ उसको याद
जीती हूँ इस उम्मीद से वो होगा एकदिन साथ
समझा न कोई दर्द हम मुस्काते रह गये
जो देखे थे ख्वाब आँसू के संग बह गये
मेरे जीवन के सारे अरमाँ अधूरे रह गये
जो देखे थे ख्वाब आँसू के संग बह गये
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दीपिका
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बहुत अच्छा गीत !
मेरे जीवन के सारे अरमाँ अधूरे रह गये
जो देखे थे ख्वाब आँसू के संग बह गये
वाह बहुत खुब।