कविता

तुम्हारे ह्रदय में….

 

मैं तो सिर्फ
किताब का एक पन्ना हूँ

जिसे तुमने चुपके से फाड़कर

अपने पास रख लिया है

जब अकेले होते हो

तो उसे पढ़ लेते हो

प्यार कोई किससे कितना करता है

आखिर तक कोई नहीं जान पाता

जैसे तुमने मुझे यह मालूम ही नहीं होने दिया

की

तुम्हारे दिल में मेरे लिए

कितनी जगह है

मैं तुम्हारे सौंदर्य से अभिभूत ही रहूँगा

तुम अक्सर कह देते हो

मुझे महान

और मैं आज भी तलाश रहा हूँ

तुम्हारे ह्रदय में

अपने लिए स्थान

किशोर कुमार खोरेन्द्र

किशोर कुमार खोरेंद्र

परिचय - किशोर कुमार खोरेन्द्र जन्म तारीख -०७-१०-१९५४ शिक्षा - बी ए व्यवसाय - भारतीय स्टेट बैंक से सेवा निवृत एक अधिकारी रूचि- भ्रमण करना ,दोस्त बनाना , काव्य लेखन उपलब्धियाँ - बालार्क नामक कविता संग्रह का सह संपादन और विभिन्न काव्य संकलन की पुस्तकों में कविताओं को शामिल किया गया है add - t-58 sect- 01 extn awanti vihar RAIPUR ,C.G.