प्रार्थना
कहीं एक मासूम सा अरमान टूटा होगा
फिर मिट्टी का कच्चा मकान टूटा होगा
अमीरों के लिए बेशक खबर हो जलजला
गरीब के सर पे तो आसमान टूटा होगा ||
प्रभु से अपने लिए कुछ न माँग कर उन सभी के लिए प्रार्थना
जिनके सर से क्षणों में छत और अपने दूर हो गये ||
आर एम मित्तल
बहुत सुन्दर मुक्तक !