कविता

कविता : मुश्किल दौर

जब भी लगे कि,

नहीं गुजर रहा ,

मुश्किल दौर,

जीवन का ऐ दोस्त,

तो हौसला ना हारना,

तू कभी l

 

क्योंकि है दौर कौन सा,

जो नहीं गुजरा,

आज तक,

गुजर गया,

जो दौर कल था,

और गुजर जायेगा,

वो भी,

जो दौर आज है l

 

याद करना,

तू अतीत को,

जब खिन्न,

हो गए थे तुम,

जीवन की चुनौतियां,

पहाड. लगती थी तुम्हें l

 

आत्मंथित कर खुद को,

तुमने जुटाया था,

आत्मविश्वास,

फिर तुम पार,

पा गये थे उनसे l

 

तुम चलते थे रोज,

गिरकर संभलते भी थे,

लहूलुहान होते पांव भी,

नहीं डिगा पाये थे,

तुम्हारे इरादों को l

 

हर पल, हर लम्हा,

लक्ष्य पर ही नजर,

गड़ाये रखते थे तुम l

 

खुली आखों से देखे हुए,

वो सपने,

जो जगा देते थे,

अक्सर तुम्हे नींद से,

उन सपनों को भी हकीकत,

बनाया था तुमने l

 

वो तुम ही हो दोस्त,

जो गुजरे थे उस दौर से,

और वो भी तुम ही हो,

जो गुजर जाओगे,

इस दौर से भी ।

– मनोज चौहान

मनोज चौहान

जन्म तिथि : 01 सितम्बर, 1979, कागजों में - 01 मई,1979 जन्म स्थान : हिमाचल प्रदेश के मंडी जिला के अंतर्गत गाँव महादेव (सुंदर नगर) में किसान परिवार में जन्म l शिक्षा : बी.ए., डिप्लोमा (इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग), पीजीडीएम इन इंडस्ट्रियल सेफ्टी l सम्प्रति : एसजेवीएन लिमिटेड, शिमला (भारत सरकार एवं हिमाचल प्रदेश सरकार का संयुक्त उपक्रम) में उप प्रबंधक के पद पर कार्यरत l लेखन की शुरुआत : 20 मार्च, 2001 से (दैनिक भास्कर में प्रथम लेख प्रकाशित) l प्रकाशन: शब्द संयोजन(नेपाली पत्रिका), समकालीन भारतीय साहित्य, वागर्थ, मधुमती, आकंठ, बया, अट्टहास (हास्य- व्यंग्य पत्रिका), विपाशा, हिमप्रस्थ, गिरिराज, हिमभारती, शुभ तारिका, सुसंभाव्य, शैल- सूत्र, साहित्य गुंजन, सरोपमा, स्वाधीनता सन्देश, मृग मरीचिका, परिंदे, शब्द -मंच सहित कई प्रादेशिक एवं राष्ट्रीय पत्र - पत्रिकाओं और समाचार पत्रों में कविता, लघुकथा, फीचर, आलेख, व्यंग्य आदि प्रकाशित l प्रकाशित पुस्तकें : 1) ‘पत्थर तोड़ती औरत’ - कविता संग्रह (सितम्बर, 2017) - अंतिका प्रकाशन, गाजियाबाद(ऊ.प्र.) l 2) लगभग दस साँझा संकलनों में कविता, लघुकथा, व्यंग्य आदि प्रकाशित l प्रसारण : आकाशवाणी, शिमला (हि.प्र.) से कविताएं प्रसारित l स्थायी पता : गाँव व पत्रालय – महादेव, तहसील - सुन्दर नगर, जिला - मंडी ( हिमाचल प्रदेश ), पिन - 175018 वर्तमान पता : सेट नंबर - 20, ब्लॉक नंबर- 4, एसजेवीएन कॉलोनी दत्तनगर, पोस्ट ऑफिस- दत्तनगर, तहसील - रामपुर बुशहर, जिला – शिमला (हिमाचल प्रदेश)-172001 मोबाइल – 9418036526, 9857616326 ई - मेल : [email protected] ब्लॉग : manojchauhan79.blogspot.com

4 thoughts on “कविता : मुश्किल दौर

  • विजय कुमार सिंघल

    बढ़िया कविता !

    • मनोज चौहान

      धन्यवाद सर ………..!

  • गुरमेल सिंह भमरा लंदन

    मनोज जी , बहुत सुन्दर रचना है , दरअसल जिंदगी में हम बहुत दफा मुशिकल दौर में घबरा जाते हैं लेकिन वोह समय बीत जाता है और हम भूल जाते हैं कि कभी हम इस मुश्किल दौर में भी थे . हर कठिन समय को हंस हंस गुज़ार देना ही जिंदगी है .

    • मनोज चौहान

      बहुत -2 धन्यवाद भमरा सर ….आपकी हौसला अफजाई के लिए l

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