हायकू= सावन
हायकू= सावन
[१]
चलत सखी
कह गयी सयानी
बरसे पानी/
[२]
बादरिया भी
हरस रही राधा
मनमोहन/
[३]
तूफ़ानी दिल
मचल रहा मन
सावन जैसा /
[४]
सावन झूला
झूले सखियाँ सज
उड़े आकाश /
[५]
हे घनघोर
घटा मचले हिया
छटा निहार/
राजकिशोर मिश्र राज
umda
आदरणीया बहन गुंजन अग्रवाल जीआपकी पसंद एवम् हौसला अफजाई के लिए ह्रदय तल से आभार