जी करता है….
हस्तरेखाओं को कभी -कभी ना मानने को जी करता है |
जो किस्मत मे ना हो कभी उसे पाने को जी करता है |
बदल दे अपने मुकद्दर को विशवास से भी यूंही जी करता है |
मुशकिलो को कभी- कभी मुस्कुरा के आज़माने को जी करता है |
वक्त पे ही मिलता है सब है यह खबर पर वक्त से पहले कभी पाने को जी करता है |
ज़िन्दगी के हर पहलु का हर उम्र का अपना महत्व है मगर हर हाल मे जीभर जीने को जी करता है |
क्यों छोड़ दें खुद को वक्त के फैसलों पर कभी – कभी खुद के लिए फैसले करने को जी करता है |||
— कामनी गुप्ता
बढ़िया।
Thanks sirji