मुक्तक
————–मुक्तक- (१)—————
अपने आपके लिए…. बहुत से लोग जीते हैं।
कभी एक दूजे के लिए भी.. लोग जी लेते हैं।
ऐसा करें, लोग दिल में अच्छा जगह देते रहे,
अपने से ज्यादा दिलदार दूसरे लोग ही देते हैं।
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————–मुक्तक- (२)—————-
सुनो साथियों हमसे दिल लगाकर तो जाना,
एक पल हँसीं ख्वाब में बिताकर तो जाना।
मेरी इन अदाओं को~~ एक बार तो देखो,
आगोश बाहों का क्षण भर लेकर तो जाना।
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@रमेश कुमार सिंह/०७-०७-२०१५
वाह !
सादर नमन!!श्रीमान जी सब आपकी कृपा है।
वाह रमेश सिंह जी वाह, सुनो साथियों हमसे दिल लगाकर तो जाना,एक पल हँसीं ख्वाब में बिताकर तो जाना। क्या बात है मान्यवर बहुत खूब…..आभार……
आभार!!