जड़ें
देवताओं को प्रिय है फूल
किन्नरो गधर्वों को पसंद है फूल
अपसराओं के सिंगार का प्रसाधन फूल
तितली – भंवरे भी फूलों पर आसक्त रहे
कवियों ने भी फूलों के अप्रतिम सौन्दर्य का गुणगान किया
जड़ों को किसी ने याद नहीं किया
अंधेरे में रहकर जिसने फूलों को
जीवन दिया !!
बहुत खूब , जड़ों ने अँधेरे में रह कर फूलों को जीवन दिया , अच्छी लगी .
अच्छी कविता !