रामाँ रहीम बन के…
झाँका है दूर नभ से रामाँ रहीम बन के
निकला है आज चन्दा फिर सज के और संवर के
भूलो गमो के नगमे जी भरके मुस्कुराओ
कर लो इबादते तुम अरमान पूरे मन के ।
झाँका है दूर नभ से रामाँ रहीम बन के
निकला है आज चन्दा फिर सज के और संवर के
भूलो गमो के नगमे जी भरके मुस्कुराओ
कर लो इबादते तुम अरमान पूरे मन के ।