चौपाई=चन्द्र बदन
चौपाई = प्रत्येक चरण मे १६-१६ मात्राएँ
चौपाई=चन्द्र बदन
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चन्द्र बदन मम लागत कैसे,
जिमि माणिक फन विषधर जैसे/१
सावन मेघ घटा घनघोरा ,
विरहन मन चितवत चहुओरा/२
काम बान उरलागे कैसे,
तपत भूमि ज्येष्ठ मे जैसे/३
कोकिल बोल काक सम लागे,
बिनु प्रियतम जल कंटक लागे/४
अवनि भरे जल विपुल अपारा,
जरत अनल तन मन मम सारा /5
दोहा=नीद दूर अब हो गयी ,लागत हिय मे बाण/[24]
देह काठ सम सज गयी , अनल ज़रावत प्राण /[24]
राजकिशोर मिश्र ”राज”
19/07/2015
तख़्ती अर्थात मात्राएं गिनने का तरीका ।
यहाँ तखती करने का तरीका भी बताएँ ।
आदरणीय जी आपके स्नेह एवम् हौसला अफजाई के लिए सादर आभार