अंतिम सलाम
जमीं रो पडी
आसमान रो पडा
उनकी बिदाई पर
हिन्दुस्तान रो पडा
गर हो सके तो
फिर लौट आना कलाम
कृतज्ञ जन मानस का
तुम्हे अंतिम सलाम…….
ये बच्चे
कलाम चाचा की, राह निहारेगें
युवा
लेक्चर सुनने को, तुम्हे पुकारेगें
अधीर हो पुकारेगा
तुम्हे भारत का मान
कृतज्ञ जन मानस का
तुम्हे अंतिम सलाम…….
वो सादगी,वो मुस्कान
हमें बहुत याद आयेगी
तुम्हारी जुदाई
एक युग समेट जायेगी
ओ अन्तिम पथ के राही
ओ मानवता के मान
कृतज्ञ जन मानस का
तुम्हे अंतिम सलाम…….
(भारत रत्न, डां. कलाम जी की अन्तिम विदाई पर )
सतीश बंसल
डाक्टर कलाम हिन्दुस्तान के इतहास में एक चमकदार सितारे की तरह चमकते रहेंगे .
जी भामरा साहब…