चन्द शेर
इत्तफाक से जब वो हमे मिल जाती थी रास्ते में कभी
यू लगता है जैसे करीब से हमारी ज़िंदगी जा रही हो
में फस गया हूँ जिंदगी की बातो में आकर
ये मुझे उलझनो में डाल गयी बड़े बड़े खवाब दिखाकर
जब तक हम किसी के निगाहो में अच्छे है
इसका मतलब ये है की हमे उनकी कभी जरूरत ना पड़ी
इन्हें हम ही सिखाते है की ये है हिन्दू और वो है मुसलमान
क्युकि ये बच्चे किसी मजहब का सीकर नहीं होते
सार्थक प्रयास