स्वास्थ्य

भोजन पचाने का रामबाण उपाय

कई बार हमें भोजन करने के बाद अपना पेट भारी लगता है। ऐसा प्राय: तब होता है जब हम गरिष्ठ वस्तुएँ खा जाते हैं या स्वाद में अधिक खा जाते हैं। इससे बचने का सर्वश्रेष्ठ उपाय तो यही है कि हम भारी चीज़ों सेवन करने से बचें और भूख से थोड़ा कम खायें।

अगर कभी भोजन के बाद भारीपन अनुभव हो तो भोजन शीघ्र और सरलता से पचाने के लिए पहले ५ से १० मिनट तक वज्रासन में बैठें। फिर किसी जगह लेटकर निम्न क्रियायें करें-

१. चित लेटकर आठ बार गहरी सांसें खींचें और छोड़ें।
२. दायीं करवट लेटकर सोलह बार गहरी सांसें खींचें और छोड़ें।
३. बायीं करवट लेटकर बत्तीस बार गहरी सांसें खींचें और छोड़ें।
४. फिर चित लेटकर आठ बार गहरी सांसें खींचें और छोड़ें।

आखिरी क्रिया करने तक आपका भोजन आधा पच चुका होगा। विश्वास न हो तो करके देख लीजिए। ध्यान रखें कि साँस लेते हुए नींद नहीं आनी चाहिए।

यह क्रिया आप रोज भी कर सकते हैं। इससे धीरे-धीरे पाचन शक्ति बढ़ जाती है।

विजय कुमार सिंघल

डॉ. विजय कुमार सिंघल

नाम - डाॅ विजय कुमार सिंघल ‘अंजान’ जन्म तिथि - 27 अक्तूबर, 1959 जन्म स्थान - गाँव - दघेंटा, विकास खंड - बल्देव, जिला - मथुरा (उ.प्र.) पिता - स्व. श्री छेदा लाल अग्रवाल माता - स्व. श्रीमती शीला देवी पितामह - स्व. श्री चिन्तामणि जी सिंघल ज्येष्ठ पितामह - स्व. स्वामी शंकरानन्द सरस्वती जी महाराज शिक्षा - एम.स्टेट., एम.फिल. (कम्प्यूटर विज्ञान), सीएआईआईबी पुरस्कार - जापान के एक सरकारी संस्थान द्वारा कम्प्यूटरीकरण विषय पर आयोजित विश्व-स्तरीय निबंध प्रतियोगिता में विजयी होने पर पुरस्कार ग्रहण करने हेतु जापान यात्रा, जहाँ गोल्ड कप द्वारा सम्मानित। इसके अतिरिक्त अनेक निबंध प्रतियोगिताओं में पुरस्कृत। आजीविका - इलाहाबाद बैंक, डीआरएस, मंडलीय कार्यालय, लखनऊ में मुख्य प्रबंधक (सूचना प्रौद्योगिकी) के पद से अवकाशप्राप्त। लेखन - कम्प्यूटर से सम्बंधित विषयों पर 80 पुस्तकें लिखित, जिनमें से 75 प्रकाशित। अन्य प्रकाशित पुस्तकें- वैदिक गीता, सरस भजन संग्रह, स्वास्थ्य रहस्य। अनेक लेख, कविताएँ, कहानियाँ, व्यंग्य, कार्टून आदि यत्र-तत्र प्रकाशित। महाभारत पर आधारित लघु उपन्यास ‘शान्तिदूत’ वेबसाइट पर प्रकाशित। आत्मकथा - प्रथम भाग (मुर्गे की तीसरी टाँग), द्वितीय भाग (दो नम्बर का आदमी) एवं तृतीय भाग (एक नजर पीछे की ओर) प्रकाशित। आत्मकथा का चतुर्थ भाग (महाशून्य की ओर) प्रकाशनाधीन। प्रकाशन- वेब पत्रिका ‘जय विजय’ मासिक का नियमित सम्पादन एवं प्रकाशन, वेबसाइट- www.jayvijay.co, ई-मेल: [email protected], प्राकृतिक चिकित्सक एवं योगाचार्य सम्पर्क सूत्र - 15, सरयू विहार फेज 2, निकट बसन्त विहार, कमला नगर, आगरा-282005 (उप्र), मो. 9919997596, ई-मेल- [email protected], [email protected]

5 thoughts on “भोजन पचाने का रामबाण उपाय

  • शशि शर्मा 'ख़ुशी'

    अति-उत्तम उपाय |साधुवाद….

  • Man Mohan Kumar Arya

    नमस्ते महोदय। बहुत बहुत महत्वपूर्ण जानकारी है। मैं इसका पूरा पूरा लाभ उठाऊंगा और दूसरों को भी अवगत कराऊंगा। हार्दिक धन्यवाद।

    • विजय कुमार सिंघल

      आभार मान्यवर ! इसको अधिक से अधिक लोगों तक पहुँचाना चाहिए।

  • गुरमेल सिंह भमरा लंदन

    विजय भाई , भोजन पचाने का उपाय बहुत अच्छा लगा . बहुत सालों से मैं कुछ ऐसा करता हूँ कि अपने स्टैंड के सहारे शाम के भोजन के बाद आधा घंटा कमरे में इधर उधर घूमता हूँ और आधे घंटे के बाद ऐसा लगता है कि जैसे मैंने भोजन किया ही नहीं यानी हल्कापन महसूस होता है . जब मैं ठीक था तो हम दोनों मिआं बीवी घर से बाहर जाते थे और एक घंटा पैदल चलते थे .

    • विजय कुमार सिंघल

      आप सही करते हैं भाई साहब ! भोजन के बाद थोड़ा टहलना भी लाभदायक है। परंतु वह धीरे धीरे होना चाहिए।

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