कालोनी में रहनेवाले शर्मा जी अपने गाँव गये, तो वहाँ से एक देशी गाय ख़रीद लाये। उन्होंने गाय को अपने घर के लॉन में एक कोने पर बाँध दिया और उसके लिए चारा बोरियों में भरकर रख दिया। कालोनी के कुछ लोगों ने पूछा, तो उन्होंने बताया कि यहाँ दूध अच्छा नहीं मिलता, इसलिए गाय […]
Author: डॉ. विजय कुमार सिंघल
कहानी- अन्तिम निर्णय
पवन के पास नीता का फिर फोन आया। वह पूछ रही थी- “तुमने क्या निर्णय किया है?” सदा की तरह पवन आज भी यही कह पाया- “विचार कर रहा हूँ।” और फोन काट दिया। पवन एक स्थानीय कम्पनी के लिए अपने घर से ही वेबडिजायनर का कार्य करता था और अपने लिए अच्छी आय कर […]
प्राकृतिक स्नान से सम्पूर्ण स्वास्थ्य
हमारे पूर्वजों ने अपने दीर्घकालिक अनुभवों के आधार पर बताया है कि नित्य प्रात:काल शुद्ध शीतल जल से स्नान करना अच्छे स्वास्थ्य की कुंजी है। लेकिन अधिकांश लोग स्नान को एक फालतू कर्मकांड की तरह निबटाते हैं, जबकि इसे स्वास्थ्य प्राप्ति और उसके रखरखाव के एक अनिवार्य अंग की तरह किया जाना चाहिए। सबसे पहली […]
प्राकृतिक चिकित्सा की सीमायें
इस लेखमाला में प्राकृतिक चिकित्सा की लगभग सभी क्रियाओं तथा इस पद्धति से ठीक होने वाले रोगों के बारे में विस्तार से बताया जा चुका है। लेकिन इसका अर्थ यह नहीं है कि प्राकृतिक चिकित्सा से सभी रोग या सभी रोगी ठीक हो सकते हैं। वस्तुतः प्रत्येक वस्तु की तरह प्राकृतिक चिकित्सा की भी अपनी […]
हिंदी अकादमी, मुंबई का राष्ट्रीय सम्मान समारोह
हिंदी अकादमी, मुंबई द्वारा आयोजित ‘राष्ट्रीय सम्मान समारोह-2022’ शनिवार 17 दिसंबर 2022 को दिल्ली के प्रतिष्ठित हंसराज कॉलेज, दिल्ली विश्वविद्यालय के पद्मश्री ज्ञान प्रकाश चोपड़ा संगोष्ठी कक्ष में संपन्न हुआ। इस कार्यक्रम में अध्यक्ष के रूप में प्रो. गिरीश नाथ झा (अध्यक्ष- वैज्ञानिक तथा तकनीकी शब्दावली आयोग, भारत सरकार, शिक्षा मंत्रालय), मुख्य अतिथि के रूप […]
पूर्ण विश्राम हेतु योगनिद्रा
विश्राम के लिए हम नींद लेते हैं या लेनी पड़ती है, किन्तु आपने यह अनुभव किया होगा कि सारी रात सोने के बाद भी सुबह उठने पर आप थके हुए से लगते हैं। इसका अर्थ है कि आपको नींद का पूरा लाभ नहीं मिल रहा है। ऐसी स्थिति में योगनिद्रा एक चमत्कारिक औषधि की तरह […]
एक मज़हब सिखाता है आपस में बैर रखना
शायर डॉ. अल्लामा इक़बाल ने अपने प्रसिद्ध क़ौमी तराना “सारे जहां से अच्छा…” में दो पंक्तियाँ इस प्रकार लिखी हैं- मज़हब नहीं सिखाता आपस में बैर रखना हिन्दी हैं हम वतन है हिन्दोस्तां हमारा वाह ! कितनी उच्च कोटि की भावना है कि कोई मज़हब यानी धर्म दुश्मनी और नफ़रत (घृणा) करने की शिक्षा नहीं […]
लघुकथा – उपाय
एक गाँधीवादी अपने घर पर पत्नी के साथ अकेला था और सोने की तैयारी कर रहा था। तभी एक आतंकवादी उसके घर में घुस आया और उसकी पत्नी के साथ छेड़छाड़ करने लगा। उसकी पत्नी डरकर पति की ओर देखने लगी कि मुझे बचाने के लिए यह कुछ करेगा। गाँधीवादी उस आतंकवादी के पास आया […]
पंच पर्व
दीपावली के साथ हमारे पाँच प्रमुख त्यौहार लगातार आते हैं- 1. कार्तिक कृष्णा त्रयोदशी- धन्वन्तरि जयन्ती माना जाता है कि इस दिन समुद्र मंथन के समय देवताओं के वैद्य भगवान धन्वन्तरि का जन्म हुआ था। इसीलिए यह पर्व मनाया जाता है। इसका बिगड़ा हुआ नाम ‘धनतेरस’ है और इस दिन धातु की कोई वस्तु खरीदने […]
ग़ज़ल
जब आंखें आंखों से बात करतीं हैं। रफ्ता रफ्ता दिल से मुलाकात करतीं हैं। जब हो जाता है यकीं इक दूजे पर। फिर जाहिर अपने जज़्बात करतीं हैं ।। दिल कह देता है अपने दिल की बात। बहाने से यक़ीनन मुलाकात करतीं हैं।। बैठ जाते हैं तन्हा कहीं महफ़िल से दूर। चुपके से मुहब्बत की […]