कविता

कविता

इच्छाओं के समुन्द्र में गहराई है कुछ लापता |
आसमानों के आगे का भी पूछते हैं कुछ लोग रास्ता |
है परछाई की तरह अस्थाई अभी तो दास्ताँ |
राहें कहां बताती हैं मुसाफिर को अपना पता |
मेहनत और किस्मत बदल सकती है रूख तकदीर का |
आज़माईशें आसां कर देती हैं इन्साँ के लिए रास्ता जीत का |||
कामनी गुप्ता ***

कामनी गुप्ता

माता जी का नाम - स्व.रानी गुप्ता पिता जी का नाम - श्री सुभाष चन्द्र गुप्ता जन्म स्थान - जम्मू पढ़ाई - M.sc. in mathematics अभी तक भाषा सहोदरी सोपान -2 का साँझा संग्रह से लेखन की शुरूआत की है |अभी और अच्छा कर पाऊँ इसके लिए प्रयासरत रहूंगी |