दुनिया का दिखावा
तुम्हारी दुनिया का
दिखावा कुछ और है
मेरी दुनिया के
उसूल कुछ और
फ़र्क बस इतना है
कि तुम
तुम नहीं होते
और मैं होता हूँ कोई और।
दिखावा कुछ और है
मेरी दुनिया के
उसूल कुछ और
फ़र्क बस इतना है
कि तुम
तुम नहीं होते
और मैं होता हूँ कोई और।
सुंदर
बहुत-बहुत धन्यवाद विभा जी