गजल
???????? मिसरा ~~ इतनी सीधी लिखता है सच्चाई क्यों
????????? बहर ~~2✖11 ????????
काफ़िया ~आई
रदीफ़ ~~ क्यों
????????
करके खेती देश में मेरे नफरत की,
बन्दूकों की फसल तुमने उगाई क्यों
प्यार नहीं था मुझसे गर उस जालिम को
देख -देख के महफ़िल में मुस्काई क्यों
चाटुकारिता ही सब पर अब हावी है
औंधे मुँह गिरती जग में सच्चाई क्यों
रात जगी है मुझको ले कर गोदी में
तेरी किस्मत में माँ नहीं दवाई क्यों
फिरते रहते हो लेकर नकली चेहरा
छुपा रखी है लोगों से सच्चाई क्यों
मैं तो लिखता था बस हाले दिल अपना
कागज पर तू आँसू को टपकाई क्यों
बाँट दिया टुकड़े टुकड़ों में धरती को
माँ की ममता जगत में बँटवाई क्यों।
— धर्मेन्द्र पाण्डेय