लाश बोल पड़ी
दहेज़ की आग से जली बेटी को
बाप ने जब आग देनी चाही
लाश बोल पड़ी….
बाबूजी फिर मत जलाओ
जलने में बड़ा दर्द होता है….
दहेज एक अभिशाप है
कृपया खुद को इतना आत्मनिर्भर
बनाये की आप को ना दहेज लेने की
जरूरत पढे और ना देने की
दहेज़ की आग से जली बेटी को
बाप ने जब आग देनी चाही
लाश बोल पड़ी….
बाबूजी फिर मत जलाओ
जलने में बड़ा दर्द होता है….
दहेज एक अभिशाप है
कृपया खुद को इतना आत्मनिर्भर
बनाये की आप को ना दहेज लेने की
जरूरत पढे और ना देने की
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दहेज कोढ़ है समाज पर लेकिन कोई उपाय नहीं
उपाय है पर हम उसे खुद पर लागू नहीं करना चाहते है