हाइकु
१
दुआ की राखी
करे दीर्घायु भाई
करूँ कामना।
२
राखी की रस्म
प्रेम की पक्की डोर
सजी कलाई।
३
श्रावणी पूनो
पे बंधे नेह तार
खिला है प्यार।
४
वैश्विक राखी
हुई ऑन लाइन
सलूनों पर।
५
प्रेम धागे से
जुड़े मन के तार
रक्षा पर्व पे।
ताँका
१
दिल घाटी पे
गूंजती याद कथा
बचपन में
बाँधी राखी भाई को
कलाई भर – भर।
२
प्रेम राखी में
आशीषें जड़ी भाई !
रक्षा खोल – सी
हरे दुखों की धूप
देगी सुख की छाँह।
३
आवाज सुनो !
कोख में ना मार माँ !
बेटी ना बची
कौन बांधेगा राखी
भाई की कलाई पे ?
— मंजु गुप्ता
अच्छे हाइकु !