लघुकथा

मीडिया – उन दिनों

मथुरा टाइम्स की एक खबर के अनुसार :

भाद्रपद के कृष्ण पक्ष की अष्टमी को जिले में हुई दो विचित्र घटनाओं की जानकारी मिली है। मथुरा कारावास में, संभावित आतंकी गतिविधियों के लिये लम्बी सजा भुगत रहे, महाराज कंस की बहन देवकी और बहनोई वासुदेव को पुत्र रत्न की प्राप्ति हुई । परन्तु, आधे घंटे बाद बच्चा अपनी शैया से गायब मिला। इससे पूरे राज्य में हड़कंप मच गया है।

जेल के एक अधिकारी ने गोपनीयता की शर्त पर हमारे संवाददाता को बताया कि कड़ी सुरक्षा के बावजूद यह कैसे संभव हुआ, किसी चमत्कार से कम नहीं है। वैसे जाँच के आदेश दे दिये गये हैं और दोषी को बख्शा नहीं जायगा। बच्चे को ढूँढने के लिये जिले के सभी चैकपोस्टों को सतर्क कर दिया गया है और आरक्षी दल जगह जगह दबिश दे रहे हैं।

उधर, मथुरा की तहसील वृन्दावन में इलाके के सरपंच श्री नंद लाल जी के घर कल रात एक कन्या रत्न पैदा हुई थी, परन्तु सुबह जब उनकी पत्नी की आँख खुली तो पाया कि रातों रात उस कन्या का लिंग परिवर्तन हो गया और वो पुत्र बन गयी है ।

इसको लोग दैवी चमत्कार मान रहे हैं और नन्द लाल जी के घर पर सवेरे से ही दर्शनार्थियों की भीड़ लगी हुई है। हमारे संवाददाता के पूछने पर कि उन्हें कैसा लग रहा है, श्री नन्द बोले कि अच्छा तो बहुत लग रहा है परन्तु आगन्तुकों की आवभगत बड़ी मंहगी साबित हो रही है। घर का सारा दूध दही निबट गया है और पड़ोसियों से मदद देने की गुहार लगायी गयी है।

मनोज पाण्डेय 'होश'

फैजाबाद में जन्मे । पढ़ाई आदि के लिये कानपुर तक दौड़ लगायी। एक 'ऐं वैं' की डिग्री अर्थ शास्त्र में और एक बचकानी डिग्री विधि में बमुश्किल हासिल की। पहले रक्षा मंत्रालय और फिर पंजाब नैशनल बैंक में अपने उच्चाधिकारियों को दुःखी करने के बाद 'साठा तो पाठा' की कहावत चरितार्थ करते हुए जब जरा चाकरी का सलीका आया तो निकाल बाहर कर दिये गये, अर्थात सेवा से बइज़्ज़त बरी कर दिये गये। अभिव्यक्ति के नित नये प्रयोग करना अपना शौक है जिसके चलते 'अंट-शंट' लेखन में महारत प्राप्त कर सका हूँ।

2 thoughts on “मीडिया – उन दिनों

  • शशि शर्मा 'ख़ुशी'

    कृष्ण जन्म की कथा को आज के समयानुकूल लिखने की बेहतरीन कोशिश |

  • गुरमेल सिंह भमरा लंदन

    लघु कथा बहुत अच्छी लगी , कृष्ण जी के जनम अष्टमी को आज के समय के माधिअम से बिआं कर दिया ,वधाई हो .

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