कविता

“मुक्तक”

सादर शुभप्रभात प्रियवर मित्रगण, पावन नवरात्री के पुनीत पर्व पर आप सभी को हार्दिक बधाई व मंगल शुभकामना, माँ जगत जननी आदिशक्ति आप सभी की मनोकामना पूर्ण करें व जगत कल्याण करें….. जय माता दी…..
“मुक्तक”

ढोल नगारे खुशी धरा सप्तरंगीबादल छाया है
माँ शक्ति-आदिशक्तिका पावन डोला आया है
माँ की महिमा थाल आरती कंकू संग गुलाब
नवरात्री नवरूप मातु मन-मृदु कलश सजाया है ||

महातम मिश्र

*महातम मिश्र

शीर्षक- महातम मिश्रा के मन की आवाज जन्म तारीख- नौ दिसंबर उन्नीस सौ अट्ठावन जन्म भूमी- ग्राम- भरसी, गोरखपुर, उ.प्र. हाल- अहमदाबाद में भारत सरकार में सेवारत हूँ