कविता

जन्म दिन की शुभ कामनाएं,

आदरणीय विजय कुमार सिंघल जी, प्रधान संपादक ‘जय विजय’ को जन्म दिन पर समर्पित,

भारत की शान आपने सदा, अपना कर्तव्य निभा बड़ाई है
अनंत खुशियों की जीवन में, असीमित बहार सजाई है ,

कार्तिक की दीवाली सी, शुभ कामनायों की हसीं और रंगीन-
ज्योत प्यार का प्रकाश लिए, साहित्य परिवार में जलाई है.

हंस हंस कर हम सब करते हैं जन्मदिन पर आपका स्वागत,
सुषम शबनम बूंदों को ज्यों होती है फूलों पर सजने की चाहत,

प्रेम के रस में डूब कर हम सब करते हैं आपका अभिनन्दन ,
स्वर्णमयी दिनकर ने फ़िज़ा में बिखेरा है महकता चन्दन,

जय जय कार है इसी में सबकी, इसी से हार्दिक प्रीत पनपती है,
मधु शब्दों की मीठी वाणी से ही , जीवन की हर राह संवरती है,

अरविन्द सा मृदुल और खिला खिला सा रहता है आपका स्वरुप,
नीलम मोती सा दमकता है तन और निखार लाता है आपका नूर,

अजय अमर अजर और अवनीश रहो, जीवन रहे सदा आप का सफल,
आशीष बरसता रहे सदा स्वर्ग से, दिव्य आत्माओं का आप पर हर पल,

—–जय प्रकाश भाटिया

जय प्रकाश भाटिया

जय प्रकाश भाटिया जन्म दिन --१४/२/१९४९, टेक्सटाइल इंजीनियर , प्राइवेट कम्पनी में जनरल मेनेजर मो. 9855022670, 9855047845

3 thoughts on “जन्म दिन की शुभ कामनाएं,

  • विजय कुमार सिंघल

    पूज्य भाटिया जी, आपके उद्गारों के लिए आभारी हूँ। आपका आशीर्वाद पाकर हर्षित हूँ।

  • भाटिया जी ,हम भी विजय भाई को जनम दिन की वधाई देते हैं ,उन्होंने बहुत महान कार्य किया है और कर रहे हैं .

    • विजय कुमार सिंघल

      प्रणाम भाईसाहब ! आभार !!

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