कविता

भैय्या दूज

भैय्या दूज 

आज प्यारी बहना, भैय्या दूज का शुभ दिन आया है,
भैय्या को आपने सदा प्यार सत्कार संग अपनाया है, 
 
अपने कर्तव्यों से भी आपने  कभी मुंह नहीं मोड़ा है,
अपने घर परिवार को मेहनत और लगन से जोड़ा है,

आज ओस की बूंदों से,सजा है प्रकृति का  सौन्दर्य !!
मन में जागी तरंग, देख भोर का अद्भुत रूप माधुर्य !!

भाई दूज पर बहन का प्यार देखो,करता है  हर्षित मन ,
चाँद सी बहना करती है , राजा भैय्या का अभिनन्दन !

मन हुआ पुलकित बडा मिटा तम की निशा का अँधियारा !! 
भैय्या दूज का यह शुभ  दिन  देखो आया कितना प्यारा, .

मिल कर आज सब करतें हैं ,सुखी जीवन की शुभ कामना, 
तन मन धन से सदा सुखी रहो, यही हमारी प्रभु से प्रार्थना 

भाग्य आपका चमके ऐसे , ज्यों नभ में चमके स्वाति तारा,
टिका रहे हर पल ख़ुशी का ,बस खुशियों से घर भरा हो सारा ,

याद बहुत आती है सबकी, जब आता ऐसा शुभ दिन त्यौहार,
भाइयों की है बस यही कामना,बस मिलता रहे बहना का प्यार,

      13/11/2015              — जय प्रकाश भाटिया
 

जय प्रकाश भाटिया

जय प्रकाश भाटिया जन्म दिन --१४/२/१९४९, टेक्सटाइल इंजीनियर , प्राइवेट कम्पनी में जनरल मेनेजर मो. 9855022670, 9855047845

One thought on “भैय्या दूज

  • Man Mohan Kumar Arya

    नमस्ते श्री भाटिया जी। भाई दूज पर्व पर आपकी कविता बहुत अच्छी लगी। हार्दिक धन्यवाद।

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