चंद लफ्ज़ यूँ ही…
हम तो इक “हक” समझकर मांगते रहे उनसे,
क्या मालूम था कि वो तो “भीख” समझकर देते रहे हमेशा !
आज आँख खुली जब तो एहसास हुआ इस कटु सत्य का
जिसे अपना समझते रहे पराया था वो तो सबसे …
— डॉ सोनिया
हम तो इक “हक” समझकर मांगते रहे उनसे,
क्या मालूम था कि वो तो “भीख” समझकर देते रहे हमेशा !
आज आँख खुली जब तो एहसास हुआ इस कटु सत्य का
जिसे अपना समझते रहे पराया था वो तो सबसे …
— डॉ सोनिया
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वाह क्या बात है ,हम तो इक “हक” समझकर मांगते रहे उनसे,
क्या मालूम था कि वो तो “भीख” समझकर देते रहे हमेशा !