ग़ज़ल : लिखा है…
तेरी आँखों में खूबसूरत जहाँ दिखा है |
इन आँखों में प्यार ही प्यार लिखा है ||1
पढ़ कर दिल मेरा तुम कभी देखना |
इस पर सिर्फ तुम्हारा नाम लिखा है ||2
कातिल कितनी है तुम्हारी ये निगाहें |
इसमे एक छलकता जाम लिखा है ||3
तुम्हे खत में जब जब भी भेजा संदेशा |
गुजारिशे मुलाक़ात की शाम लिखा है ||4
हर मुलाक़ात में तुमने तो दिल पर |
बेसब्री से इंतज़ार का पैगाम लिखा है ||5
“दिनेश “