चतुष्पद
अब तुम मेरी हो गई हो, मेरा अरमान पूरा कर दे।
मैं तेरे लिए आया हूँ, तूँ मेरी हर आस पूरा कर दे।
हम दोनों मिलकर दुनिया में ऐसा ख्वाब सजायें,
मैं तेरे सपने सच करदूँ, तूँ मेरे सपने सच करदे।
——रमेश कुमार सिंह,०५-०१-२०१६
अब तुम मेरी हो गई हो, मेरा अरमान पूरा कर दे।
मैं तेरे लिए आया हूँ, तूँ मेरी हर आस पूरा कर दे।
हम दोनों मिलकर दुनिया में ऐसा ख्वाब सजायें,
मैं तेरे सपने सच करदूँ, तूँ मेरे सपने सच करदे।
——रमेश कुमार सिंह,०५-०१-२०१६