मेरी अंतिम सांस से पहले…
मेरी अंतिम सांस से पहले आ जाना एक बार।
तू तो बसा परदेश ओ बेटा, मौत यहां तैयार॥
दिन दिन बाट जोह कर बीती, मेरी सारी उमरिया।
एक तेरी उम्मीद है जब से, गये छोड सांवरिया॥
लगता है तू आया बेटा, आहट जब जो द्वार…
तू तो बसा परदेश ओ बेटा, मौत यहां तैयार…..
वो काजल का लगा के टीका, चूमना तेरा माथ।
गले लगाकर तुझको, सर रखना आशीष का हाथ॥
भूल गया क्या वो मेरी ममता और मेरा सब प्यार……
तू तो बसा परदेश ओ बेटा, मौत यहां तैयार……
वितनी रोज मौत से करती हूं, तब तक मत आना।
लाल मेरा आते ही बेशक, तू मुझको ले जाना॥
हंस कर संग चलूगीं देख लूं चंदा को एक बार…..
तू तो बसा परदेश ओ बेटा, मौत यहां तैयार…….
मेरी सांस सांस देती है, जी भर कर आशीष।
प्राण निकलने से पहले, लल्ला रख गोदी शीष॥
काम बहुत होगा तुझ को, मेरी ममता पर लाचार…..
तू तो बसा परदेश ओ बेटा, मौत यहां तैयार….
सतीश बंसल