हास्य व्यंग्य

चकल्लस : मोदी ने बारह बजाकर रख दिए हैं

शेखचिल्ली – यार ! ये मोदी जब से प्रधानमंत्री बना है, देश की बारह बजा कर रख दी है I

बीरबल – क्यों क्या मोदीजी के पहले देश सोने की चिड़िया बना हुआ था ?

शेखचिल्ली – मैं क्या बताऊं, अखबारों में आ रहा है I अखबार पढ़ते हो या भाड़ झोंकते हो ? देश पिछड़ता ही जा रहा है I मोदी ने देश को असहिष्णुता की अंधेरी खाई में गिरा दिया है I हिन्दू मुस्लिम एक दूसरे की जान के दुश्मन बन गए हैं I जीना मुश्किल हो गया है I

बीरबल – कौन कह रहा है ?

शेखचिल्ली – देश के नामी गिरामी साहित्यकार क्या झूठ बोल रहे हैं ? आमिर, शाहरुख़ और भी तमाम ज्ञानी, महाज्ञानी, तत्वज्ञानी भी तो कह रहे हैं I अरे, इज्जतदार लोग हैं, सब के सब I

बीरबल – अपने शहर में दंगा कब हुआ था ?

शेखचिल्ली – पिछली सरकार के समय I

बीरबल – मोदीजी ने कितना भ्रष्टाचार किया ?

शेखचिल्ली – अरे, वो तो पिछली सरकार में हुआ था I मोदीजी क्या ख़ाक भ्रष्टाचार करेंगे ?

बीरबल – अच्छा, यह बताओ कि मोदीजी की सरकार में भाई भतीजावाद कितना है ?

शेखचिल्ली – बीरबल मियां कैसा मजाक करते हो, मोदीजी की मां तक तो शेयर रिक्शे में सफ़र करती है I

बीरबल- विदेशों में देश की साख घट रही है, क्या ?

शेखचिल्ली- नहीं, वह तो तेजी से बढ़ रही है I

बीरबल – मोदीजी के गुजरात के मुसलमान सुखी हैं या नहीं ?

शेखचिल्ली – बहुत सुखी हैं I

बीरबल- तुम्हारे हिन्दू ग्राहकों ने तुमसे व्यवहार बन्द कर दिया है, क्या ?

शेखचिल्ली- तौबा- तौबा, कैसी बात कर रहे हो ? भूखों मारोगे क्या ? मेरे तो 90 फीसदी ग्राहक कल भी हिन्दू थे और आज भी हैं I

बीरबल – तुम्हारा मेरा कोई झगड़ा हुआ क्या, मोदीजी के आने के बाद I

शेखचिल्ली – यार, कैसी बकवास कर रहे हो ? हम तो पुराने पड़ोसी हैं, कोई भी सरकार आए हम भला क्यों झगड़ेंगे ?

फिर अचानक शेखचिल्ली चिल्लाएं – यूरेका यूरेका (रहस्य मिल गया, मिल गया)I फिर बोलें – अच्छा अब समझ में आया कि सत्ता सुख से वंचित होने से सबको बेचैनी हो गई है और उन्हें लग रहा है कि ये 18 -18 घंटे काम करने वाला आदमी फिर से अगली बार भी प्रधानमंत्री नहीं बन जाए, इसीलिए सब मिलकर जनता को भ्रमित करने का महाअभियान जोरशोर से चला रहे हैं I

— डॉ.मनोहर भण्डारी

One thought on “चकल्लस : मोदी ने बारह बजाकर रख दिए हैं

  • हास विअंघ से सारी बात को बहुत अच्छी तरह प्रस्तुत कर दिया ,बस सत्ता की भूख ही सब झगड़ों का कारण है .

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