पंखुड़ी गुलाब
एक प्रयास ..
मत कभी भूलो का हिसाब रख
दिल में एक पंखुड़ी गुलाब रख ||
खुश रहना है तो, बस जिंदगी को
बनाकर खुली सी किताब रख ||
फूल भले न भेज खत में मुझे
पर नज़रों से तो जवाब रख ||
नज़र न लगे तुझे जमाने की
हसीं चेहरे पर तू नकाब रख ||
“दिनेश”