कविता

मेरा भोला भगवान

मेरा भगवान भी तो मुझसा भोला है

माखन खिलाऊँ तो खाता है

जहाँ झुलाऊँ झूल जाता है

जब सुलाऊँ सो लेता है

जब रुलाऊँ रो लेता है

जो पिलाऊँ पी लेता है

जैसे जिलाऊँ जी लेता है

मेरा भगवान भी तो मुझसा भोला है

जहाँ कहूँ जन्म ले लेता है

 

मेरा भगवान भी तो मुझसा भोला है

मेरे हर भजन की धुन लेता है

मैं शंख बजाऊँ तो सुन लेता है

मैं उसे जगाऊँ तो जग जाता है

थोड़ा धोखा करूँ तो ठग जाता है

मेरी कल्पना सा विकराल हो जाता है

कभी तो अणुओं-परमाणुओं में खो जाता है

मेरा भगवान भी तो मुझसा भोला है

जो रूप दिलाऊँ ले लेता है

 

मेरा भगवान भी तो मुझसा भोला है

असहज सा माँग बैठूँ जो कभी कुछ

देता नहीं चाहें कितना ही हो तुच्छ

रूठ जाऊँ, चीखूँ, मैं चिलाऊँ अगर

मना लेता है कर्मों का फल बताकर

तू जो देता है वो इतना ही देता है

और कर्मों से अतिरिक्त ले लेता है

मेरा भगवान भी तो मुझसा भोला है

जिसके बहाने से खुद को मना लेती हूँ

 

मेरा भगवान भी तो मुझसा भोला है

जो कभी कुछ गलत कर जाऊँ

तेरे नाम से धमका के खुद डर जाऊँ

तुझ को आदर्श बनाकर चलती हूँ मैं

मनुष्य होकर तब निकलती हूँ मैं

जब तुझे अपना आदर्श बना देती हूँ

और वो आदर्श खुद में पा लेती हूँ

मेरा भगवान भी तो मुझसा भोला है

इंसान को भगवान, भगवान को इंसान बना देता है।

*****


 

*नीतू सिंह

नाम नीतू सिंह ‘रेणुका’ जन्मतिथि 30 जून 1984 साहित्यिक उपलब्धि विश्व हिन्दी सचिवालय, मारिशस द्वारा आयोजित अंतरराष्ट्रीय हिन्दी कविता प्रतियोगिता 2011 में प्रथम पुरस्कार। विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में लेख, कहानी, कविता इत्यादि का प्रकाशन। प्रकाशित रचनाएं ‘मेरा गगन’ नामक काव्य संग्रह (प्रकाशन वर्ष -2013) ‘समुद्र की रेत’ नामक कहानी संग्रह(प्रकाशन वर्ष - 2016), 'मन का मनका फेर' नामक कहानी संग्रह (प्रकाशन वर्ष -2017) तथा 'क्योंकि मैं औरत हूँ?' नामक काव्य संग्रह (प्रकाशन वर्ष - 2018) तथा 'सात दिन की माँ तथा अन्य कहानियाँ' नामक कहानी संग्रह (प्रकाशन वर्ष - 2018) प्रकाशित। रूचि लिखना और पढ़ना ई-मेल [email protected]

6 thoughts on “मेरा भोला भगवान

  • गुरमेल सिंह भमरा लंदन

    कविता बहुत अच्छी लगी .

    • नीतू सिंह

      धन्यवाद

  • विजय कुमार सिंघल

    बहुत अच्छी कविता, नीतू जी !

    • नीतू सिंह

      धन्यवाद

  • लीला तिवानी

    प्रिय सखी नीतू जी, सचमुच भगवान भोला है और भोलों का भगवान ही सहायक होता है.

    • नीतू सिंह

      शुक्रिया आदरणीया।

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