गीतिका/ग़ज़ल

गीतिका : वेलेंटाइन वीक पर चली मेरी कलम…

पहले दिन तुझे भेजा एक प्यारा गुलाब
इंतज़ार किया आया न तेरा कोई जवाब
दूसरे दिन सोचा कह ही दूँ मन की बात
पर हटा तो तू खूबसूरत चेहरे से नकाब
आया तीसरा दिन , हो न जाउँ कहीं लेट
ताबड़तोब दे दी एक चॉकलेट लाज़वाब
चौथा दिन आते आते डूब चुका प्यार में
रहे भले अधूरे, पर सजा लूँ हसीं ख्वाब

दिनेश दवे

दिनेश दवे

नाम : दिनेश दवे पिता का नाम :श्री बालकृष्ण दवे शैक्षणिक योग्यता : बी . ई . मैकेनिकल ,एम .बी.ए. लेखन : विगत चार पांच वर्ष से , साँझा प्रकाशन पता : दिनेश दवे , केमिकल स्टाफ कॉलोनी ,बिरलाग्राम, नागदा जिला उज्जैन ..456331..मध्य प्रदेश

One thought on “गीतिका : वेलेंटाइन वीक पर चली मेरी कलम…

  • विजय कुमार सिंघल

    अच्छी कविता !

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