मुक्तक : ओछी सोच
राष्ट्र प्रेम जिनमें नहीं जाएँ पाकिस्तान
भारत के काबिल नहीं बिगड़े हैं शैतान
करे खिलाफत मातृभूमि की कैसी ओछी सोच
उपज हुई जयचंद की कैसा हिन्दुस्तान
राष्ट्र प्रेम जिनमें नहीं जाएँ पाकिस्तान
भारत के काबिल नहीं बिगड़े हैं शैतान
करे खिलाफत मातृभूमि की कैसी ओछी सोच
उपज हुई जयचंद की कैसा हिन्दुस्तान
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अच्छा मुक्तक !
आदरणीय जी हौसला अफजाई के लिए आभार