सभी ओर मचा होली का ही तो है बवाल
सभी ओर मचा होली का ही तो है बवाल
ऐसे में आ रे नटखट उड़ा तू प्रेम गुलाल
काहे पीछे रहता जब है मस्ती का त्यौहार
होली के हुड़दंग में तू भी कर ले धमाल
तिनक तिनक सब से मिला ले सुर ताल
रंग ही रंग उड़े हर ओर नीले पीले लाल
गाल तो गाल आसमां भी हुआ आज लाल
फुहार रंगों की है, गुहार रंगो अंगो की है
पिचकारी भर के तो हममे प्यार रंग डाल
तिनक तिनक सब से मिला ले सुर ताल
सभी ओर मचा होली का ही तो है बवाल
“दिनेश “